थायरायड ग्रंथि, वह ग्रंथि है जो हार्मोन बनाती है और जो ऊर्जा उत्पादन और चयापचय के लिए बहुत आवश्यक हैं। इसलिए इस पर आपके द्धारा लिए गए खाद्य पदार्थ का बहुत असर पड़ता है।
थायरायड ग्रंथि, वह ग्रंथि है जो हार्मोन बनाती है और जो ऊर्जा उत्पादन और चयापचय के लिए बहुत आवश्यक हैं। इसलिए इस पर आपके द्धारा लिए गए खाद्य पदार्थ का बहुत असर पड़ता है। लेकिन जब आप थायराइड की परेशानी से जूझ रहे होते हैं तब खाद्य आपके दोस्त भी हो सकते है और दुश्मन भी। यह इस बात निर्भर करता है कि आप किस प्रकार का भोजन करते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते है जो थायराइड को हार्मोन का उत्पादन करने में बाधा उत्पन्न करते है इसलिए इन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। ताकि थायराइड के लक्षणों जैसे सुस्ती, अवसाद, कब्ज, और वजन आदि को कम करने में मदद मिल सकें। आइए हम आपको बताते है कि आपको कौन-कौन से खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
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थायराइड को नुकसान पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थ
ग्लूटेन-सेंसिविटी फूड- गेहूं और अन्य अनाज जैसे राई, जौ, बाजरा, और जई हैं। ग्लूटेन-सेंसिविटी और थाइराइड फंक्शन में संबंध होता है। और यदि आपका थायरायड ठीक नही है, तो आपका ग्लूटेन-सेंसिविटी का सेवन सीमित हो जाएगा। बाजरा में गोइत्रोगेंस होता है, और अगर आप अपने थायरायड के बारे में चिंतित हैं तो इनका सीमित उपयोग ही करना चाहिए।
सलीबधारी सब्जियों- सलीबधारी सब्जियां जैसे ब्रोकोली, शलजम, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और गोभी। ये सब्जियां थायराइड के रोगी के लिए अच्छी नहीं हैं। बेहतर होगा कि इनसे जरा दूर ही रहा जाए।
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सोया- सोया एक शक्तिशाली भोजन है। सोया का एक छोटे सा हिस्सा अगर रोज अपने खाने में लिया जाए तो यह थाइराइड फंग्शन का दमन करने के लिए पर्याप्त है। पर इसका ज्यादा सेवन करना आपके थायरायड के लिए ठीक नही है और सबसे खराब खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है क्योंकि यह चयापचय के लिए हानिकारक होता है।
रिफांड खाद्य पदार्थ- थायराइड की बीमारी के साथ लोगों को परिष्कृत खाद्य पदार्थ जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता, चावल और फलों के रस जिसमें शुगर की मात्रा ज्यादा हो ऐसे पेय पदार्थों से बचना चाहिए। परिष्कृत या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ से थायराइड की दर में वृद्धि होती है और जिससे आहार से चीनी खून में प्रवेश करती है। आपकी पैंक्रियास से इंसुलिन के रहस्य का पता रक्त में शर्करा से लगता है। थायरायड ग्रंथि इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करता है, जबकि अतिरिक्त इंसुलिन का उत्पादन चीनी के द्धारा थाइराइड के लक्षण को बदतर बना सकता हैं।
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