
कोलेस्ट्रोल एक फैटी तत्व है, जिसका निर्माण आपकी बॉडी करती है और यह कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है। आपकी बॉडी को सही से काम करने के लिए कुछ कोलेस्ट्रोल की जरूरत होती है लेकिन जरूरत से ज्यादा हाई कोलेस्ट्रोल हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा पैद
अच्छा ह्रदय स्वास्थ्य एक इमरात बनाने की तरह है, जिसमें बड़ी मेहनत लगती है। जिस स्वस्थ जीवनशैली को बनाने की आपने शुरुआत की थी वह आपकी उम्र बढ़ने के साथ जारी रहे इसके लिए आपको थोड़ी अधिक मेहनत करने की जरूरत होती है। जब बात हाई कोलेस्ट्रोल की आती है तो यह बहुत जरूरी हो जाता है।
कोलेस्ट्रोल एक फैटी तत्व है, जिसका निर्माण आपकी बॉडी करती है और यह कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है। आपकी बॉडी को सही से काम करने के लिए कुछ कोलेस्ट्रोल की जरूरत होती है लेकिन जरूरत से ज्यादा हाई कोलेस्ट्रोल आपमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा पैदा कर सकता है। अतिरिक्त कोलेस्ट्रोल आपकी रक्त वाहिकाओं में जमा होने लगता है, जिसके कारण ब्लॉकेज की समस्या पैदा हो जाती है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक, हाई कोलेस्ट्रोल से ह्रदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। आपका कुल कोलेस्ट्रोल स्तर आपके रक्त में पाए जाने वाले कोलेस्ट्रोल की कुल मात्रा होता है। इसमें लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) यानी की खराब कोलेस्ट्रोल और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) यानी की अच्छा कोलेस्ट्रोल शामिल होता है।
व्यस्कों में कोलेस्ट्रोल (Cholesterol in adults)
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, सभी व्यस्कों को 20 वर्ष की उम्र के बाद से ही हर 4 से 6 साल के बीच अपना कोलेस्ट्रोल स्तर जांचना शुरू कर देना चाहिए। दरअसल 20 साल की उम्र के बाद ही कोलेस्ट्रोल लेवल बढ़ना शुरू हो जाता है।
हमारी उम्र के मुताबिक, कोलेस्ट्रोल स्तर बढ़ता रहता है। पुरुषों में आमतौर पर महिलाओं की तुलना में अधिक कोलेस्ट्रोल पाया जाता है। हालांकि जब महिलाएं मीनोपॉज में प्रवेश कपती हैं तो उनमें इसका खतरा अधिक हो जाता है। जिन लोगों में हाई कोलेस्ट्रोल होता है उन्हें निरंतर अंतराल पर खून की जांच कराने की सिफारिश की जाती है।
व्यस्कों के लिए कोलेस्ट्रोल चार्ट (Cholesterol chart for adults)
जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित ब्लक कोलेस्ट्रोल प्रबंधन पर 2018 दिशा-निर्देशों के मुताबिक, यह व्यस्कों के लिए स्वीकार्य योग्य, बोर्डरलाइन और सही आकलन है।
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बच्चों में कोलेस्ट्रोल (Cholesterol in children)
वे बच्चें, जो शारीरिक गतिविधियां करते हैं, स्वस्थ डाइट लेते हैं, मोटे नहीं हैं और उनके परिवार का हाई कोलेस्ट्रोल का इतिहास नहीं रहा है उनमें हाई कोलेस्ट्रोल होने की संभावना बेहद कम होती है। मौजूदा दिशा-निर्देशों के मुताबिक सभी बच्चों को 9 से 11 साल की उम्र के बीच अपना कोलेस्ट्रोल चेक कराना चाहिए और उसके बाद उन्हें 17 से 21 के बीच ऐसा कराना चाहिए।
जिन बच्चों को डायबिटीज या फिर जिनके परिवार का हाई कोलेस्ट्रोल का इतिहास रहा हो उन्हें 2 से 8 साल की उम्र के बीच अपना कोलेस्ट्रोल चेक करवाना चाहिए। उसके बाद उन्हें 12 से 16 साल की उम्र के बीच अपना कोलेस्ट्रोल चेक करवाना चाहिए।
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आप इन तरीकों से अपना कोलेस्ट्रोल स्तर नियंत्रित रख सकते हैं।
- जीवनशैली में बदलाव।
- एक्सरसाइज ।
- अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाकर ।
- स्वस्थ फैट खाएं।
- कोलेस्ट्रोल युक्त चीजों को खाने पर ध्यान दें।
- धूम्रपान छोड़ दें।
यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि हर व्यक्ति अलग है। परिवारिक इतिहास और डायबिटीज जैसी अन्य चीजें हो या नहीं किसी व्यक्ति में खतरे की संभावना को बढ़ाती है। अपने कोलेस्ट्रोल लेवल के बारे में अपने डॉक्टर से बात करिए और उनसे पूछें कि आपका स्तर कितना होना चाहिए।
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