
रेड मीट का सेवन अब जरा संभल कर करें, क्योंकि इसके नियमित सेवन से टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।
रेड मीट खाने से टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। एक ताजा अध्ययन में यह बात सामने आयी है। इस अध्ययन में यह बात निकलकर आयी है कि रेड मीट का नियमित सेवन सेहत के लिए नुकसानेदह हो सकता है।
'नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर' के ताजा अध्ययन में कहा गया है कि चार साल तक रेड मीट का नियमित सेवन करने से डायबिटीज होने का खतरा 48 फीसदी तक बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं की मानें तो रेड मीट फैट से भरपूर होता है। इसमें सैचुरेटेड फैट भरपूर मात्रा में होता है। यह सैचुरेटेड फैट शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। इससे शरीर में मोटापा बढ़ने लगता है। यह मोटापा और कोलेस्ट्रॉल का मेल व्यक्ति को टाइप-2 डायबिटीज का शिकार बनाता है।
डायबिटीज और अनियमित जीवनशैली का सीधा सम्बन्ध होता है। हमारा असंतुलित खानपान और अनियमित जीवनशैली का मेल यह बीमारी होने का खतरा बढ़ाता है।
रेड मीट को दिल के लिए भी फायदेमंद नहीं माना जाता। रेड मीट से होने वाले नुकसान को समझते हुए ब्रिटेन में सरकार लोगों को एक दिन में 70 ग्राम से अधिक रेड मीट नहीं खाने की सलाह देती है।
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