
प्रतिदिन दवाओं के सेवन से साइड इफेक्ट्स की संभावना भी बढ़ जाती है।
सर्दी भगाने के लिए दी जाने वाली दवाओं से हृदय गति व रक्तचाप बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए इन दवाओं के इस्तेमाल में सावधानी बरतना जरूरी है। खास कर, बच्चों के मामले में विशेष तौर पर सावधानी रखनी चाहिए, क्योंकि ऐसी दवाएं बच्चों के लिए घातक भी हो सकती है। हाल ही में किए गए एक चिकित्सकीय अध्ययन में यह निष्कर्ष सामने आया है।
अध्ययन से पता चला है कि दो वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के मामले में सर्दी की दवा घातक साबित हो सकती है। यह भी कहा गया है कि माता-पिता को बच्चों के चिकित्सकीय सलाह पर पूरी तरह अमल करना चाहिए।
वास्तव में सर्दी भगाने की दवाओं में जिन पदार्थो का इस्तेमाल किया जाता है, उससे हृदय गति व रक्तचाप में वृद्धि होने की आशंका बनी रहती है। कुछ मामलों में इन पदार्थो का सेवन अत्यंत घातक भी साबित हुआ है। नाक से ली जाने वाली सर्दी की दवाएं इन बच्चों के लिए काफी घातक सिद्ध हुई हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ एडम कोहेन का ऐसा कहना है। एडम इस रिपोर्ट के सह लेखक हैं। पिछले दो वर्ष के दौरान 1511 बच्चों पर शोध करने के बाद ये निष्कर्ष प्राप्त हुए हैं।
कोहेन ने कहा कि बच्चों को दवा देने के लिए हमेशा ही अच्छे चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। खासतौर पर सर्दी की स्थिति में चिकित्सक की देखरेख में ही उसे दवा दी जानी चाहिए।
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