आजकल डायपर का इस्तेमाल बहुत ही कॉमन हो गया है। चाहे डायपर कितना ही एडवास तकनीक से क्यों न बना हो थोड़ी बहुत नमी तो उसमें रह ही जाती है। जब बच्चा डायपर के अंदर पेशाब या पोटी कर देता है, तो डायपर में नमी रहने के कारण त्वचा पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में बच्चे के डायपर वाले हिस्से की त्वचा खराब हो सकती है। इसके लिए आपको दो-तीन चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। सबसे पहले बच्चे को ज्यादा देर तक डायपर न पहनाएं। हर दो घंटे में डायपर की जांच करें। बच्चे को दिन में कुछ देर के लिए बिना डायपर के रखें। अगर ज्यादा देर बच्चे को डायपर पहनना भी है तो जिंक ऑक्साइड क्रीम लगाकर डायपर पहनाएं। बच्चों के डायपर बदलते हुए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, के बारे इस विडियो के माध्यम से पीडियाट्रिक्स क्लीनिक के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर आर जी होल्ला से जानें।
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