अनियमित जीवनशैली या खानपान के चलते शरीर के विभिन्न हिस्सों की रक्त वाहिकाएं बाधित होने लगती हैं, हालांकि कुछ आहार इन्हें खालने में मदद कर सकते हैं।
दरअसल हमारी आयु बढ़ने के साथ, शरीर के विभिन्न हिस्सों की रक्त वाहिकाओं में, जिनमें कोरोनरी आर्टरीज़ भी शामिल हैं, कोलेस्ट्रॉल जम जाता है एवं रक्त के बहाव में धीरे-धीरे बाधा उत्पन्न कर देता है। इस रुकावट के कई कारण जैसे, खराब खान-पान या अनियमित जीवनशैली आदि हो सकते हैं। धमनियों में रुकावट के काफी गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हालांकि कुछ विशेष आहार खाने से वे आपकी धमनियों को साफ करते हैं और इन्हें बाधित नहीं होने देते।
डायटीशियन बताते हैं कि सैंडविच पर मेयोनेज़ की एक मोटी परत लगाने के बजाय आप एवोकैडो के पतले स्लाइस का उपयोग कर सकते हैं। मेक्सिको में शोधकर्ताओं द्वारा 1996 में किए गए एक अध्ययन से पता चला कि वे लोग जिन्होंने एक सप्ताह के लिए हर दिन एवोकैडो खाया, उन्होंने रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में औसतन 17 प्रतिशत की गिरावट हुई। साथ ही उनके एलडीएल (बुरे) कोलेस्ट्रॉल का स्तर गिरा और एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हुई।
साबुत अनाज में शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होते हैं। खासतौर पर इनका सेवन दिल के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साबुत इसमें विटामिन ई, विटामिन बी और अन्य तत्व जैसे जस्ता, सेलेनियम, तांबा, लौह, मैगनीज एवं मैग्नीशियम मौजूद होते हैं। इनमें फाइबर भी प्रचुर मात्र में पाया जाता है। इ नके सेवन से धमनियां बाधित नहीं होती, रक्त प्रवाह बेहतर रहता है।
जैतून के तेल में खाना बनाने पर स्वास्थ्य बेहद लाभदायक होता है। 2011 में हुए एक शोध में पाया गया कि 65 या इससे अधिक आयु के वे लोग जो नियमित रूप से जैतून के तेल का उपयोग करते थे (दोनों, खाना पकाने और ड्रेसिंग के लिए), उनको जैतून का तेल कभी न उपयोग करने वाले लोगों की तुलना में 41 प्रतिशत तक स्ट्रोक होने की संभावना कम थी।
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नट्स महत्वपूर्ण पोषक तत्व ओमेगा-3 फैटी एसिड के प्रमुख स्रोत होते हैं, और रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं। नट्स खाने से दिल के रोग आधे से भी कम हो जाते हैं। नट्स से मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड और सुरक्षात्मक फ्लेवोनाइडस का मिश्रण होता है, जो दिल के लिए वरदान है।
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साल्मन मछली ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जो दिल और धमनियों को मजबूत बनाता है और धमनियों को साफ भी रखता है। यह एचडीएल यानी की अच्छे कोलस्ट्राल को भी बढाता है और धमनियों में खून को ब्लॉक होने से रोकता है। एक शोध के अनुसार जो लोग हफ्ते में दो बार मछली खाते हैं उनकी मौत हृदय रोग से तीन गुना कम होती है।
ऐस्पैरागस अर्थात शतावरी एक सुस्वादु सब्जी है जो ठंडे देश में होती है। यह एक कमालका प्राकृतिक धमनी समाशोधन खाद्य पदार्थ है। यह नसों और धमनियों में 100,000 मील तक दबाव को मुक्त करती है। ऐसा कर यह सालों में जमा हुई सूजन और गंदगी को धमनियों से बाहर कर देती है।
अनार में गुणकारी फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप धमनियों की परत की किसी प्रकार की क्षति से रक्षा करते हैं। 2005 में नेशनल अकादमी ऑफ़ साइंसेज में छपे एक अध्ययन में पया गया कि एंटीऑक्सीडेंट युक्त अनार का रस शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है, जो धमनियों को खुला रखने तथा रक्त को ठईक प्रकार बहने में मदद करता है।
हृदय रोगियों के लिये फ्लैक्सीड किसी जादुई दवाई से कम नहीं है। इसमें हाई फाइबर पाया जाता है जिसको आप साबुत, पीस कर या फिर इसका तेल खा सकते हैं। इसका सेवन बाधित धमनियों को खोलने में भी मदद करता है।
यह शरीर में बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। रोजाना एक या दो लहसुन खाने से हृदय स्वस्थ्य रहता है। ये दोनो हार्मोनल क्रिया को ठीक करते हैं तथा खून में गंदगी को साफ करते हैं।
चाहे ब्लैक टी हो या फिर ग्रीन टी, दोनों ही हृदय रोग संबधी बीमारी में लाभदायक होती हैं। चाय में जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट तत्व धमनियों की सफाई करते हैं और कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करते हैं।
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