अक्सर लोग सेल्युलाइट को अतिरिक्त चर्बी मान लेते हैं, जबकि सेल्युलाइट और फैट में अंतर होता है, हालांकि सेल्युलाइट स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं है, लेकिन यह देखने में भद्दा लगता है इसलिए इसे कम किया जाना चाहिए।
फैट का शरीर पर जमाव, जिससे त्वचा असमान हो जाती है, को सेल्युलाइट कहते हैं। सेल्युलाइट एक ढेलेदार तत्व होता है, जो थाईज, पेट और हिप्स में ही पाया जाता है। जब किन्हीं कारणों से सेल्युलाइट त्वचा के कनेक्टिव टिश्यूज के विपरीत जाने लगते हैं, तब त्वचा सिकुड़ने लगती है या गड्ढेदार दिखाई पड़ती है। ऐसे में ही त्वचा का टेक्चर खुरदुरा हो जाता है। यह समस्या महिलाओं को होती है, क्योंकि उनके शरीर में फैट सेल्स अधिक होते हैं। वजनी और दुबली-पतली दोनों ही महिलाओं के शरीर में सेल्युलाइट मौजूद होता है, लेकिन नोटिस सिर्फ वजनी महिलाओं के शरीर में होता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि इसे कंट्रोल किया जा सकता है। आइए प्राकृतिक रूप से सेल्युलाइट को कम करने के उपायों के बारे में जानें।
Image Source : Getty
सेल्युलाइट की समस्या केवल मोटापे से संबंधित नहीं होती है। सेल्युलाइट की समस्या दरअसल शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के असंतुलन के कारण होती है। चूंकि यह हार्मोन महिलाओं के शरीर में ही पाया जाता है, इसलिए इसमें असंतुलन आने से महिलाएं त्वचा में खिंचाव महसूस करती हैं और उनके शरीर पर झुर्रियां भी जल्दी पड़ जाती हैं। अक्सर लोग सेल्युलाइट को अतिरिक्त चर्बी मान लेते हैं, जबकि सेल्युलाइट और फैट में अंतर होता है। हालांकि सेल्युलाईट स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं है, लेकिन यह देखने में भद्दा लगता है इसलिए इसे कम किया जाना चाहिए।
Image Source : Getty
नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से फैट जलता है और सेल्युलाइट के उभार में कमी आती है। एक्सरसाइज से टिश्यु में ब्लड सर्कुलेशन में वृद्धि होती है। और एक्सरसाइज के दौरान पसीना आने से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और सेप्टा लचीला होता है। इस समस्या को रोकने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज एक अच्छा तरीका है, इसके लिए आप रानिंग, साइकिलिंग और वाकिंग करें।
Image Source : Getty
ड्राई ब्रशिंग के जरिए बॉडी पर जमा गंदगी व डेड सेल्स से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा यह सेल्युलाइट यानि वसा से भी निजात दिलाता है। सेल्युलाइट के कारण शरीर पर असामान्य उभार व स्ट्रेच मार्कस आ जाते हैं। जिसके चलते महिलाएं अपनी उम्र से बड़ी नजर आती है। इस समस्या में बॉडी ब्रशिंग तकनीक मददगार साबित हो सकती है। इससे त्वचा की रंगत और प्रकार को ठीक किया जा सकता है।
Image Source : Getty
अपने आहार में चीनी का प्रयोग कम से कम करें, क्योंकि चीनी से शरीर में इंसुलिन बनता है, जो फैट को स्टोर करने के साथ-साथ सेल्युलाइट बनाने का काम भी करती है। इसके अलावा सैचुरेटेड फैट का सेवन न करें, क्योंकि यह धमनियों को अवरुद्ध कर और टिश्यू में फंसकर टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकलने में दिक्कत पैदा करता है।
Image Source : Getty
प्रोटीन युक्त भोज्य पदार्थ सेल्युलाइट की मात्रा को घटाते हैं। फलीदार सब्जियां, दालें, अंडा, कम बसा युक्त डेरी उत्पाद, जैसे दूध दही आदि प्रोटीन के अच्छे स्त्रोत होते हैं। इसके अलावा जेली फिश जैसी मछलियां भी प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत होती हैं। इन्हें अपने भोजन में शामिल करके सेल्युलाइट के निर्माण को रोका जा सकता है।
Image Source : Getty
सेल्युलाइट को रोकने वाले में मदद करने के लिए फल और सब्जियां सर्वश्रेष्ठ आहार होती हैं। ये वसा मुक्त होती हैं और प्रभावशाली तरीके से सेल्युलाइट के निर्माण को रोकती हैं। इसके अलावा फल और सब्जियां एंटी-ऑक्सीडेंट का भी एक बढ़िया स्त्रोत है, जो फ्री-रेडिकल और अन्य विषैले तत्वों को रोकने के लिए आवश्यक हैं।
Image Source : Getty
आप कुछ घरेलू उपायों से भी सेल्युलाइट से छुटकारा पा सकते हैा जैसे नारियल तेल से नियमित रूप से शरीर की मसाज करें। बराबर मात्रा में रोजमेरी के तेल और बादाम के तेल को मिलाकर उसे प्रभावित स्थानों पर लगाएं। बॉथ-टब में गुनगुना पानी डालें और उसमें दो कप नमक डालकर पानी में 15 से 20 मिनट तक लेटें। इसके अलावा कॉफी के बीज का पाउडर बनाकर उसे अपने बॉडी लोशन में मिलाएं और त्वचा पर 5 मिनट तक इसे लगा रहने दें, फिर गुनगुने पानी से त्वचा धो लें। इस उपाय को हफ्ते में दो बार करें।
Image Source : Getty
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।