हर्बल चाय को लेते समय हम अक्सर बहुत सी गलतियां करते हैं जिसके चलते हमें इसका भरपूर लाभ नहीं मिल पाता। आइए हर्बल टी को हेल्दी तरीके से पीने के टिप्स के बारे में इस स्लाइड शो के माध्यम से जानें।
हेल्दी बूस्ट की जरूरत महसूस होने पर आपके दिमाग में सबसे पहली चीज हर्बल चाय की चुस्की की आती है। आज कोई वजन कम करने के लिए हर्बल चाय पी रहा है तो कोई अस्थमा जैसी सालों पुरानी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए इस चाय की शरण में आया है। सेहत और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति सतर्क रहने वाले लोगों की जिंदगी में तेज और कड़क या फिर पत्ती तेज या चीनी कम वाली चाय की जगह अब हर्बल टी ने ले ली है। कैफीन मुक्त, गर्म, और स्वादिष्ट होने के अलावा, हर्बल चाय आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देती है। हर्ब में चिकित्सा शक्ति के अलावा परेशान दिमाग और पेट की समस्याओं को दूर करने के अद्भुत गुण होते हैं। लेकिन हर्बल चाय को लेते समय हम अक्सर बहुत सी गलतियां करते हैं जिसके चलते हमें इसका भरपूर लाभ नहीं मिल पाता। आइए हर्बल टी को हेल्दी तरीके से पीने के टिप्स के बारे में इस स्लाइड शो के माध्यम से जानें।
बहुत से लोग हर्बल चाय में भी चीनी मिलाकर पीते हैं। लेकिन हर्बल चाय पीने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य शरीर पर चीनी के पड़ने वाले प्रभाव को रोकना होता है। हर्बल चाय में चीनी मिलाने का कोई मतलब ही नहीं है। लेकिन अगर आपको मीठा बहुत पसंद है, तो आप हर्बल चाय में चीनी की जगह शहद को मिला सकते हैं। हर्बल चाय और शहद दोनों अच्छा संयोजन है और यह वजन कम करने में आपकी मदद भी करते हैं। लेकिन हर्बल चाय में शहद मिलाते समय ध्यान रखें कि चाय को थोड़ा ठंडा होने के बाद ही शहद मिलायें। आप शहद की जगह गुड़ भी मिला सकते हैं। लेकिन गुड़ को कम मात्रा में ही मिलायें क्योंकि ज्यादा गुड़ के सेवन से वजन बढ़ जाता है।
तुलसी और दूध को एक साथ लेना असंगत है, जबकि लगभग हर हर्बल चाय का सबसे अहम घटक तुलसी होता है। इसलिए हर्बल चाय में दूध मिलाने को मना किया जाता है। इसके अलावा हर्बल चाय में दूध मिलाने इसलिए भी नहीं मिलाना चाहिए क्योंकि दूध पोषण से समृद्ध होता है, जिसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है। और अगर आप वजन कम करने के लिए हर्बल चाय पी रहे हैं तो दूध मिलाने से आपका वजन कम करने का उद्देश्य पूरा नहीं होगा। लेकिन अगर आप मसालेदार हर्बल चाय बना रहे हैं तो बच्चों को देने से पहले मसाले के स्वाद को शांत करने के लिए थोड़ा सी दूध मिला सकते हैं।
अगर आप हर्बल चाय पीना चाहते हैा तो कुछ समय के लिए प्रतीक्षा करें और फिर इसे पीयें। बहुत ज्यादा गर्म या बहुत ठंडी हर्बल चाय पीना के लिए मना किया जाता है क्योंकि बाद में आपके शरीर पर इसके प्रभाव देखने को मिलते हैं। अगर आपके शरीर का प्रकार कफ या वात है, तो आप इसे गर्म पी सकते हैं। लेकिन अगर आपके शरीर का प्रकार पित्त है, तो हर्बल चाय को गुनगुना पीना बेहतर रहता है। इसके अलावा हर्बल चाय को ताजा बनाकर ही पीना चाहिए। हर्बल चाय को दोबारा गर्म करना आयुर्वेदिक सिद्धांतों के खिलाफ है क्योंकि ऐसा करने से इसमें मौजूद सभी सक्रिय तत्व जल जाते हैं।
जब शरीर में पित्त बहुत अधिक होता है, विशेष रूप से गर्मियों के दौरान, तो हर्बल चाय से बचने का सुझाव दिया जाता है। हालांकि हर्बल चाय आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन इससे कुछ लक्षण खराब भी हो सकते हैं। इस प्रकार, अगर आप डायबिटीज से पीड़ित है और आप जल्दी थक भी जाते हैं तो हर्बल चाय न पीना ही बेहतर रहता है। इसलिए चिकित्सक से परामर्श लेकर ही हर्बल चाय का सेवन करें।
Image Source : Getty
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।