पूरी नींद लेना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है और आपके सोने का तरीका व इससे जुड़ी आदतें आपके स्वास्थ्य के बारे में कई जरूरी चीजों का खुलासा भी करती हैं।
हम आये दिन शोध और पत्रिकाओं में पढ़ते हैं कि पूरी नींद लेना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार नींद की अवधि में भारी बदलाव के कारण लोगों (विशेष तौर पर युवा वर्ग) में मधुमेह, उच्च रक्त चाप, दिल से संबंधित रोग एवं मोटापा जैसी कई बीमारियां बढ़ी हैं, और ये बात सोलह आने सच भी है, लेकिन क्या आपको पता है कि इतनी जानकारी ही आपके लिए काफी नहीं है। आपके सोने का तरीका व इससे जुड़ी आदतें आपके व आपके स्वास्थ्य के बारे में कई जरूरी चीजों का खुलासा भी करती हैं। तो चलिये जानें कि आपकी सोने की आदतें आपके बारे में क्या बातें बताती हैं।
Images courtesy: © Getty Images
मौजूदा दौर में लोगों में नींद से संबंधित बीमारी ‘स्लीप ऐपनिया’ काफी बढ़ रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह दिनचर्या का नियमित नहीं हो पाना है। जानकारों के मुताबिक जितना संभव हो सके खाने-पीने और सोने की आदतों को नियमित करें और चिकित्सकीय सलाह भी लेते रहना चाहिए। नींद की कमी से होने वाली सबसे आम समस्या स्लीप एपनिया है जिसमें नींद के दौरान सांस में रुकावट पैदा होती है और कई बार यह घातक भी हो सकती है।
Images courtesy: © Getty Images
सोते हुए अचानक उठने के बाद फिर नींद न आना के पीछे संभावित कारण, रेस्टललैस लेग सिंड्रोम (एक मस्तिष्क संबंधी विकार) हो सकता है। यह विकार लगभग 3 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करता है। यदी आपको सोने से पहले पीरे बाड पर फैलने तथा बीच रात में अपने साथी को लात मारने व जाग कर बैठ जैने की आदत है तो यह रेस्टललैस लेग सिंड्रोम हो सकता है। इसमें पैरों मे असुविधाजनक अहसास होता है, जोकि समय के साथ चला भी जाता है।
Images courtesy: © Getty Images
इस समस्या के पीछे का कारण चिंता हो सकता है। देर रात को टीवी देखते हुए सौने की आदत आपके विचारों को विचलित कर सकती है। रोज रात को अंधेरा और शांत कमरा, मनोवैज्ञानिक समस्याओं को न्यौता दे सकता है। टेलीविजन भावनाओं से ध्यान हटाने में मदद करता है और चिंताओं की क्षतिपूर्ति करता है। लेकिन टेलीविजन का प्रकाश हमारे तनाव हार्मोन को बढ़ता है, तो सोने के लिए आप इसके बजाए आप कुछ बेहतर तरीकों जैसे, ध्यान और किताब पढ़ना आदि को अपना सकते हैं।
Images courtesy: © Getty Images
इंसान अपने औसतन 60 साल के जीवन में तकरीबन 20 साल सोता ही रहता है और सोते समय शरीर की सभी क्रियाएं चलती रहती हैं। सोते समय दिल और दिमाग सक्रीय रहते हैं, किंतु इस दौरान सूंघने और स्वाद की ग्रंथियां क्षीण रहती हैं। पहले दो घंटे की नींद गहरी और सपने के बिना वाली होती है।
Images courtesy: © Getty Images
यदि रात को कितनी भी देरी से सोने के बाद सुबह पांच बजे ही आपकी आंखें खुल जाती हैं, तो ऐसा सिरकेडिअन रिदम डिसऑर्डर (Circadian Rhythm Disorder) के कारण हो सकता है। सुबह जल्दी उठना बिल्कुल बुरा नहीं है लेकिन यदि लगातार रोत को देर से सोने के बाद सूरज निकने से पहले ही आंखें खुल जाना समस्या का संकेत हो सकता है।
Images courtesy: © Getty Images
यदि रात को आपको कई बार शौच के लिए जाना पड़ता है तो यह डायबिटीज के कारण भी हो सकता है। रात को दो से अधिक बार पेशाब जाना डायबिटीज या प्री-डायबिटीज का संकेत हो सकता है। लगातार पेशाब उच्च रक्त शर्करा का एक उप-उत्पाद होता है, क्योंकि गुर्दों को अतिरिक्त चीनी अवशोषित और बाहर फिल्टर करने के लिए अतिरिक्त समय काम करना पड़ता है।
Images courtesy: © Getty Images
यदि आप रात को करवटें बदलते रहते हैं और दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं तो यह ओवरएक्टिव थायरॉयड के कारण हो सकता है। जी हां यदि आपको लगातार रात को सोते समय अनिद्रा, तेजी से दिल धड़कने और असहजता की समस्या होती है तो यह हाइपरथायरॉडिज़्म के कारण हो सकता है।
Images courtesy: © Getty Images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।