तनाव औऱ त्वचा के बीच गहरा संबध होता है, अगर आप अंदर से तनावग्रस्त हैं, तो इसका सीधा असर आपकी त्वचा की रंगत पर नजर आने लगता है, और आपकी त्वचा तनाव पर तनाव का नकारात्मक असर पड़ता है।
तनाव सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। तनाव आपके सेहत पर तो प्रभाव डालता ही है, साथ ही ये आपके चेहरे पर भी साफ झलकने लगता है। तनाव के कारण आपकी त्वचा की चमक खो जाती है। तनाव दिल की धड़कन को बढ़ा देता है, जो शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित करती है। तनाव के कारण नींद नहीं आती, चेहरे पर शिकन, रैशेज आदि की समस्या होने लगती है। इस स्लाइडशो के जरिए हम आपको बता रहे हैं कि कैसे तनाव आपकी त्वचा पर नजर आने लगता है।
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क्या आपने गौर किया कि संतुलित आहार और चेहरे की ठीक देखभाल के बाद भी आखिर मुंहासे क्यों हो जाते है। मालूम हो, ऑफिस और घर परिवार के काम के चलते अक्सर तनाव हो जाता है। तनाव शरीर में कार्बोंहाइड्रेट की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे इंसुलिन प्रभावित हो जाता है। ये मुंहासें बढ़ने का एक बढ़ा कारण होता है।
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अगर आपकी त्वचा में सिरोसिस या रोसासिया होने की प्रकृति है तो, तनाव आपके लिए बहुत नुकसानदेह है। सिरोसिस त्वचा की कोशिकाओं को इकठ्ठा कर चकत्ते बना देती है। कई बार इसमें चलन होती है जो तनाव की वजह से बढ़ जाती है। यही कारण है कि सिरोसिस से पीड़ित लोगों को तनाव से ज्यादा समस्या हो जाती है। तनाव रोसासिया को भी बढ़ाने वाला होता है। इससे नाक, गले और ठोंढ़ी के पास लाल रंग के चकत्तें बढ़ जाते है।
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आपकी त्वचा भले ही कितनी कोमल और स्वस्थ क्यों ना हो, इसकी देखभाल रोजाना करना जरूरी होता है। तनाव आपके दिमाग से त्वचा का ख्याल भी मिटाता देता है। आप अपनी त्वचा की अनदेखी करने लगते है। तनाव के कारण आप स्वास्थ आहार भी नहीं लेते जो आपकी त्वचा की प्रकृति को खराब कर देते है। साथ ही इसकी नमी भी खो जाती है।
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त्वचा पर लालिमा और खुजली के साथ हाइव्ज़ (पित्ती) आना या न आना, इसे ही स्किन रैश कहा जाता है। यह कई बातों का संकेत हो सकता है हालाँकि इसका सबसे सामान्य कारण किसी प्रकार की एलर्जी होना है। खुजली वाली त्वचा से न केवल आपका रंग ख़राब होगा बल्कि इससे आपको तनाव भी होगा। आप किसी भी काम पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पायेंगे क्योंकि आपका पूरा ध्यान त्वचा की खुजली पर जाएगा।
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हर वक़्त कंप्यूटर पर काम या देर तक पढ़ाई के दौरान आंखें सिर्फ थक ही नहीं जाती हैं बल्कि स्ट्रेस का असर उनकी रोशनी पर भी पड़ सकता है। आंखों के नीचे काले घेरे होने के कई कारण होते हैं। जैसे पौष्टिक आहार की कमी, खून की कमी, नींद पूरी न होना और धूम्रपान व अधिक तनाव आदि।ज्यादा सोचने या तनाव व चिंता से भी आंखों के आसपास काले धब्बे पड़ जाते हैं। इससे बचने के लिए आप रोज योग भी कर सकते हैं।
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तनाव चेहरे की त्वचा की दुश्मन है। तनाव के कारण बनने वाले विषाक्त पदार्थ चेहरे की त्वचा पर मुहांसे के रूप में दिखते हैं। त्वचा की चमक के लिए तनाव का दूर होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए संभव हो अपने तनाव का इलाज जल्द से जल्द करें। ऐसे में भरपूर नींद भी तनाव कम करती है।तनाव को योग, ध्यान, मसाज, लंबी सांसे आदि कई तकनीकियों से दूर किया जा सकता है। ये तकनीकी तनाव के लेवल को कम कर देती है।
बाहरी खूबसूरती के लिए जरूरी है कि त्वचा को भीतर से भी खूबसूरत बनाया जाए। त्वचा की खूबसूरती के लिए इसके अलावा कोई और तरीका शायद ही इतना प्रभावी हो सके। खूबसूरत त्वचा के लिए कॉस्मेटिक्स और ब्यूटी ट्रीटमेंट के फेर में पड़ने से बेहतर है कि उसे भीतर से खूबसूरत बनाने की दिशा में आप लगातार प्रयास करें। गर्मियों में अल्ट्रावायलेट किरणों के कारण त्वचा में एलर्जी की समस्या आती है। इसका सबसे अच्छा उपचार यह है कि धूप में निकलने से पहले त्वचा पर अच्छी तरह से सनस्क्रीन लोशन लगायें।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।