सप्लीमेंट्स के सेवन को लेकर कोई रेगुरेशन न होने के चलते आपको कहीं भी बड़ी आसानी से ओवर द काउंटर ये बॉडी सप्लीमेंट्स मिल जाते हैं, लेकिन इनमें से कई बेहद आहिकारक है।
आज-कल बेहतरीन बॉडी और मजबूत मांशपेशियां पाने अन्य लाभों की चाहत में लोग ढेरों पैसे लुटा कर सप्लीमेंट्स और प्रोटीन पाउडर आदि का बढ़-चढ़ कर उपयोग करने लगे हैं। सप्लीमेंट्स के सेवन को लेकर कोई रेगुरेशन न होने के चलते आपको कहीं भी बड़ी आसानी से ओवर द काउंटर ये बॉडी सप्लीमेंट्स मिल जाते हैं। लेकिन इनमें से अधिकांश के कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। यहां तक कि कुछ सप्लीमेंट्स तो आपकी सेहत के लिए घातक भी सिद्ध हो सकते हैं। तो चलिये जानें ऐसे ही सात सप्लीमेंट्स जिसका कभी सेवन नहीं करना चाहिए।
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कंपनियों द्वारा कोरल कैल्शियम के कैंसर से लेकर क्रोनिक थकान सिंड्रोम तक के लिए एक रामबाण के रूप में व्यापक विज्ञापन और प्रचार अभियान खड़ा किया गया। लेकिन इन अतिरंजित दावों के पक्ष में कोई सबूत मौजूद नहीं है। सच तो यह है कि कोरल कैल्शियम, कैल्शियम का सबसे सस्ता और कम से कम शोषणीय फार्म है। और इसे रासायनिक तरह से शुद्ध या कृत्रिम रूप से बनाये जाने के कारण इसमें उच्च स्तर वाले संदूषक जैसे लेड आदि होते हैं।
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एर्गोकैल्सिफेरोल के नाम से मशहूर, यह सबसे ज्यादा औषध-निर्देशन (प्रिस्क्राइब) किये जाने वाला विटामिन डी का सक्रिय संघटक है (जैसे, द्रिसडोल, कैल्सिफेरोल)। कुछ स्स्ते सप्लीमेंट्स में विटामिन डी 2 होते हैं, जबकि वे विक्षापन करते हैं कि यह "वैजीटेरियन डी" है और विटामिन डी 3 (भेड़ लानौलिन से आता है), से उलट जो मशरूम से बना है। हालांकि शोध बताते हैं कि विटामिन डी 2 सपप्लामेंट सेहत के लिए ठीक नहीं।
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नियासिन के रूप में विटामिन बी 3 आमतौर पर पेट की खराबी का कारण बनता है। हालांकि इसका प्रभाव क्षणिक और हानिरहित है, लेकिन कुछ मामलों में यह चिंताजनक भी हो सकता है। इसलिए बेहतर होगी कि इसे लिया ही न जाए।
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गन्ना के यौगिक, पॉलिक्सानॉल को क्यूबन शोधकर्ताओं द्वारा कोलेस्ट्रॉल घटाने में कारगर माना गया है। लेकिन रोगियों पर इसका कोई लाभ होता नहीं पाया गया। तब स्कैंडिनेवियाई शोधकर्ताओं क्यूबाई परिणाम का उत्तर देने का प्रयास किया और पॉलिक्सानॉल को कमतर पाया गया।
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बोतलों में एक, वसा बर्नर के रूप में प्रचारित, किया जाने वाला रास्पबेरी कीटोन्स वास्तव में वैज्ञानिक साक्षों का मौहताज है। इसे लेकर अभी तक मनुष्यों कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं किया गया है। मौजूदा कुछ अध्ययन छोटे थे और केवल रोबोट्स पर किये गए। तो इसे न लेना ही बेहतर है।
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लोबेलिया को अस्थमा घास के नाम से भी जाना जाता है। य दि आपको ब्रोंकाइटिस या अस्थमा है तो, हो सकता है कि आपके दोस्त या कोई परिचित आपको कह सकते हैं कि लोबेलिआ से आपका इलाज हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य से, लोबेलिआ के कई साइड इफेक्ट हैं, जिनके कारण आपकी मूल चिकित्सा समस्या ज्यादा बदतर हो सकती है।
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योहिंबे कामोत्तेजना बढ़ने वाले सप्लीमेंट के रूप में काफी प्रचलित हो रहा है। लाभ के विषय के महत्वपूर्ण होने के चलते इसकी बिक्री ने नए रिकॉर्ड कायम किये हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, अन्य सप्लीमेंट्स की ही तरह योहिंबे, हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। यह आपके रक्तचाप में वृद्धी, हार्ट रेट में वृद्धि व दिल का दौरा पड़ने का कारण भी बन सकता है।
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