क्रश मतलब किसी के लिए पहली ही बार में प्रबल आकर्षण हो जाना। चलिए जानें कि क्यों ज्यादातर क्रश एकतरफा होते हैं और असफल होने पर बहुत दुख क्यों होता है।
मुझे उस पर क्रश है! उसे देखते ही मुझे उस पर क्रश हो गया!...क्रश मतलब किसी के लिए पहली ही बार में प्रबल आकर्षण हो जाना। ये आजकल बेहद आम हो गया है। लेकिन ऐसा क्यों होता है कि ज्यादातर क्रश एकतरफा ही होते हैं, और हमारे क्रश को हमसे इस तरह आकर्षण नहीं होता है। इसके कई कारम हो सकते हैं, लेकिन इसका अंजाम बिछड़ना ही होता है और इस बिछड़न का दिल पर बहुत तेज़ आघात होता है। क्रश के टूटने पर दिल को बेहद दर्द पहुंचता है। चलिए जानें कि क्यों ज्यादातर क्रश एकतरफा होते हैं और असफल होने पर बहुत दुख क्यों होता है।
देखा जाता है कि केवल आकर्षण वजह होने की वजह से क्रश अकसर एकतरफा होते हैं। और ऐसा किसी विशेष लिंग के साथ नहीं बल्कि लड़की और लड़के दोनों के ही साथ होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे हो सकता है कि आप अपने क्रश के सामने स्वभाविक और वास्तविक न रहते हों, यह भी हो सकता है कि आप दोनों पूरी तरह अलग व्यक्तित्व वाले हों।
क्योंकि अपने क्रश के लिए आपका आकर्षण इतना तेज़ होता है कि उसके सामने आते ही आपके पेट में तितलियां उड़ने लगती हैं और सब कुछ किसी फिल्मी सेट जैसा हो जाता है और आप आप नहीं रहते हैं। यही कारण है कि आप उसके सामने अपने वास्तविक व्यक्तित्व को पेश करने में असफल रहते हैं। और इसी कारण आगे चलकर दिल टूट जाता है।
दरअसल क्रश प्यार नहीं बल्कि कुछ बेहद आकर्षक हांसिल कर लेने की इच्छा होती है। लाज़मी है कि अगर आपको केवल क्रश है, प्यार नहीं तो आपके अंदर त्याग, समर्पण और शालीनता की भावना भी नहीं होगी और आप हमेशा अपने क्रश को लेकर डर की भावना में जिएंगे। जैसे, अगर उसने मुझे पसंद नहीं किया तो? वो कहीं किसी और का तो नहीं आदि। अगर साफ शब्दों में कहा जाए तो ये ईगो की लड़ाई बन जाती है और क्रश का समर्थन न मिलने पर हमे बेहद दुख पहुंचता है और हमारे अभिमान को ठेस पहुंचती है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।