एक निश्चित जगह की चर्बी कम करने के लिए हम अक्सर कई तरह की गलतियां करते हैं, और यह सिर्फ इससे जुड़े मिथक के कारण होती हैं, इसलिए स्पॉट प्वाइंट की चर्बी कम करने के लिए इन तथ्यों को ही मानें।
यह कहने की जरूरत नहीं है कि मोटापे से संबंधित असंख्य मिथक जुड़े हुए हैं। खासकर जब बात अतिरिक्त वसा या चर्बी कम करने की होती है। दरअसल मोटापे की असली वजह चर्बी होती है। जबकि हम गलत ढंग से एक्सरसाइज कर शरीर का नुकसान कर बैठते हैं। मसलन लेग लिफ्टिंग करके नितंब और जांघों की चर्बी कम करने की कोशिश करते हैं। मगर अफसोस की बात यह है कि इस तरह एक्सरसाइज करके हम अपने शरीर का ही नुकसान कर बैठते हैं। हम यहां आपको कुछ मिथ और तथ्य बताते हैं जो एक निश्चित जगह की चर्बी कम करने के दौरान होती है।
तथ्य - यह बिल्कुल हास्यास्पद है कि कमर की वसा कम करने के लिए फलां एकसरसाइज कर लें। एक्सरसाइज का एक नियम होता है। हमेशा कम्पाउंड एक्सरसाइज यानी यौगिक एक्सरसाइज ही करना चाहिए। शरीर के किसी अंग विशेष के लिए कोई एक्सरसाइज नहीं की जाती। यह फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचाता है। अतः वसा कम करने हेतु इंस्ट्रक्टर से सलाह लें न कि खुद ही व्यायाम विशेष का चयन करें।
तथ्य - कुछ लोगों में एक्सरसाइज के प्रति पागलपन देखा है। ऐसा अकसर मोटे लोगों में देखा गया है। उन्हें लगता है कि वे जितना ज्यादा एक्सरसाइज करेंगे, उतनी ही जल्दी वे पतले हो जाएंगे। जबकि ऐसा नहीं है। इसके उलट ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, मांसपेशियां आहत हो सकती हैं।
तथ्य - यह सोचना मूर्खता है कि मांसपेशियां वसा में तब्दील हो जाती हैं। वास्तव में जब हम व्यायाम बंद कर देते हैं तो कैलोरी बर्न होना बंद हो जाती है। परिणास्वरूप हमारे शरीर में मोटापा यानी अतिरिक्त चर्बी बढ़ने लगती है। असल में पतले या कहें फिट रहने के लिए जरूरी है कि हम जितनी वसा लेते हैं, उससे ज्यादा बर्न करें। यही कारण है कि एक्सरसाइज बंद नहीं करनी चाहिए।
तथ्य - क्या आप जानते हैं कि आपका ब्वाडी टाइप क्या है? शायद नहीं। विशेषज्ञों की मानें तो वसा घटाने के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आपका ब्वाडी टाइप क्या है। इसके बाद ही एक्सरसाइज विशेष का चयन करना चाहिए। दरअसल ब्वाडी टाइप के अनुसार ही एक्सरसाइज करने से हम पर उनका फायदा नजर आता है। अन्यथा हम एक्सरसाइज करते रह जाते हैं और उसका लाभ हमें नहीं मिल पाता।
तथ्य - आकर्षक ऐब्स के लिए युवा पीढ़ी कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। सच बात यह है कि गैजेट्स हमारे शरीर को किसी भी प्रकार से फायदा नहीं पहुंचाते। दरअसल गैजेट्स हमारे अंग विशेष पर लाभ पहुंचाते नजर आ सकते हैं; लेकिन किस अन्य शरीर के भाग को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं, इसका हमें बहुत देर में पता चलता है। अतः फैट या चर्बी कम करने के लिए गैजेट पर आश्रित होना सही नहीं है।
तथ्य - चर्बी कम करने हेतु स्थितियां और आनुवांशिक, दोनों वजहें जिम्मेदार होती हैं। जबकि हम इन दोनों की ही धड़ल्ले से अनदेखी करते हैं। ये बिल्कुल गलत है। इससे पहले कि कोई एक्सरसाइज चुन रहे हैं यह जान लें कि कहीं आपके मोटापे की वजह आनुवांशिक तो नहीं। इसके अलावा स्थितियों का भी ख्याल रखें कि आखिर नियमित एक्सरसाइज के बावजूद कोई निष्कर्ष क्यों नहीं निकल रहा।
तथ्य - कम खाना खाने से अगर हम पतले हो पाते तो शायद ही कोई व्यक्ति विशेष मोटा नजर आता। जबकि ऐसा नहीं है। हम अकसर कोशिश करते हैं कि कम खाएं ताकि कम कैलोरी हासिल कर सकें और हमें कम कैलोरी ही बर्न करने की जरूरत पड़े। जरा सच्चाई जानें। कम खाने से पेट में गैस होना, छाती में जलन होना, पेट दर्द होने जैसी असंख्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। यहां तक कि कम खाना खाने से मोटापा भी बढ़ सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेष मोटापे स्वस्थ खाना खाने को तरजीह देते हैं। जरूरी यह है कि आप भी इस नियम को आजमाएं।
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