अगर आप रोज की भागदौड़, थकान, गर्मी और भीड़भाड़ से बच कर कुछ पल सुकून के बिताना चाहते हैं तो भारत में मौजूद इन जगहों पर जा सकते हैं।
जीवन में काम करना बेहद जरूरी है, लेकिन उससे भी जरूर है काम के साथ खुद को आराम देकर दोबारा से रीचार्ज होना। तो यदि आप रोज की भागदौड़, गर्मी और भीड़भाड़ से बच कर सुकून की तलाश में जाना चाहते हैं और अपने सारे तनाव को दूर कर सुकून पाना चाहते हैं तो भारत में मौजूद इन जगहों की सैर कीजिए। यकीन मानिये इन जगहों पर जाने के बाद आपका वहीं बस जाने का मन करेगा और आप बार-बार इन जगहों पर जाने के मौके तलाशेंगे।
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रोज की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर ताजा हवा में कुछ समय बिताने और तरो-ताज़ा हो जाने के लिये कुर्ग बेहतरीन जगह है। मैसूर से 100 किमी की दूरी पर स्थित इस हिल स्टेशन पर प्रकृति ने मानों खूबसूरती को जी भर कर बिखेर रखा है। इंडिया के स्कॉटलैंड के नाम से मशहूर ये जगह हनीमून मानाने के लिये भी काफी मशहूर है।
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लद्दाख उत्तर-पश्चिमी हिमालय के पर्वतीय क्रम में आता है। यहां स्थित नुब्रा वैली का मतलब है ‘फूलों की घाटी’। नुब्रा वैली जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की जरूरत होगी, क्योंकि यहां तक आने के लिए खरदुंग ला पास को पार करना होता है जोकि दुनिया का सबसे ऊंचा पास है। हुन्डर और पनामिक नुब्रा वैली के दो मुख्य आकर्षण हैं।
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चाय के बागानों और बेहतरीन मौसम के लिये मशहूर दार्जलिंग न सिर्फ गर्मी के मौसम में घूमने की बेहतरीन जगह है, बल्कि बरसात में तो ये और भी खूबसूरत हो जाता है। दार्जिलिंग में साल के 126 दिन बारिश होती है। इस मौसम में यहां चाय के दूर तक फैले बागान और ट्वॉय ट्रेन से यात्रा करने का मज़ा ही कुछ और है।
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कुल्लू और मनाली दोनों को ही प्राकृतिक सुंदरता के साथ यहां से नजर आने वाले हिमालय के अनुपम दृश्यों के लिए जाना जाता है। कुल्लू मनाली से 40 किमी दूर है। दोनों ही जगह कमाल की हैं और आपके सारे तनाव को फुर्र कर सकती हैं।
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रानीखेत नैनीताल से 60 किमी दूर स्थित कमाल की खूबसूरती से भरा हिल स्टेशन है। यहां आकर आप केला देवी का मंदिर, झूला देवी का मंदिर, चौबटिया गार्डन देख सकते हैं। वहीं कौसानी नैनीताल से 117 किमी दूर है। कौसानी को भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। यहां स्थित अनासक्ति आश्रम में महात्मा गांधी भी 12 दिन ठहरे थे।
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