गाऊट अर्थराइटिस की ही एक स्थिति होती है, जो जोड़ों की सूजन की वजह से होती है। यह जोड़ों, पैर के अंगूठों, एड़ी, टखने, घुटने या फिर हाथ के अंगूठे को भी प्रभावित करता है। गाऊट रक्त में यूरिक एसिड नामक रसायन की अत्यधिक मात्रा के कारण होता है।
गाऊट अर्थराइटिस की ही एक स्थिति होती है, जो जोड़ों की सूजन की वजह से होती है। यह जोड़ों, पैर के अंगूठों, एड़ी, टखने, घुटने या फिर हाथ के अंगूठे को भी प्रभावित करता है। गाऊट रक्त में यूरिक एसिड नामक रसायन की अत्यधिक मात्रा के कारण होता है। आमतौर पर तनाव, शराब का अत्यधिक सेवन, लम्बे समय तक भोजन न करना, कसरत का अभाव, डीहाइड्रेशन तथा कुछ विशेष खाद्य जैसे रैड मीट, सी फूड इत्यादि व जीवनशैली तथा कुछ दवाओं का सेवन गाऊट को बढ़ा सकता है। इसलिये इस समस्या में क्या खाना चाहिये और क्या नहीं, इसका विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत होती है।
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खाना पकाने के लिए बटर या वेजटेबल आयल के स्थान पर कोल्ड प्रेस्ड जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। जैतून के तेल के इस्तेमाल से शरीर में अतिरिक्त यूरिक एसिड नहीं बनता है और यह दिल के लिये भी बेहद लाभदायक होता है।
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भरपूर मात्रा में विटामिन सी लें। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने के लिए हर दिन कम से कम 500 मिलीग्राम विटामन सी लें। इसके सेवन से एक से दो महीने के भीतर ही यूरिक एसिड का स्तर काफी कम हो जाता है।
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गठिया और यूरिक एसिड की समस्या का यह एक जानामाना प्राकृतिक उपचार है। जैसा कि अजवाइन में दर्द को कम करने, एंटीआक्सीडेंट और डाइयुरेटिक गुण पाया जाता है, ये एक एंटीसेप्टिक भी होता है। कई दुर्भल मामलों में नींद न आना, व्याग्रता और नर्वस ब्रेकडाउन आदि समस्याओं के उपचार में भी इसका उपयोग किया जाता है।
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लाल शिमला मिर्च, टमाटर, ब्लूबेरी, ब्रोकली और अंगूर आदि एंटीआक्सीडेंट विटामिन का प्रचुर स्रोत होते है। एंटीआक्सीडेंट विटामिन फ्री रेडिकल्स अणुओं को शरीर के अंग और मसल टिशू पर हमला करने से रोकते हैं, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम होने लगता है।
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माना जाता है कि सेब का सिरका रक्त का पीएच वैल्यू बढ़ाकर हाई यूरिक एसिड लेवल कम करता है। किंतु सेब का सिरका कच्चा, बिना पानी मिला और बिना पाश्चरीकृत ही होना चाहिए। आप इसे किसी भी हेल्थ फूड स्टोर से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
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सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट की अधिकता वाले खाद्य जैसे, केक, पेस्ट्री, कुकी आदि के ज्यादा सेवन से बचें। अगर शरीर में यूरिक एसिड हाई हो, तो बेकरी प्रोडक्ट का सेवन नहीं करना चाहिये। जैसा कि इनमें सेच्युरेटेड फैट काफी होता है, जिससे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है।
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शरीर में एल्कोहल जानें पर भी यूरिक एसिड हाई हो जाता है। अगर लगातार एल्कोहल का सेवन किया जाए, तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा काफी बढ़ जाती है और कई बार तो गाउट अटैक आ जाता है। इसलिये एल्कोहल से तो बिल्कुल दूर हा रहें।
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यूरिक एसिड बढ़ने की शिकायत होने पर डिब्बा बंद भोजन का सेवन कतई न करें। डिब्बा बंद भोजन का सेवन न करने से शरीर में यूरिक एसिड को बूस्टअप करने वाले तत्व नहीं मिलेगें और वह नियंत्रण में रहेगा।
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हाई यूरिक एसिड की शिकायत होने पर मछली और मीट आदि के सेवन से भी बचें। खासतौर पर कुछ विशेष प्रकार की मछली जैसे, सारडिनेस और मैकीरिल आदि तो कतई न खाएं। इनके सेवन से यूरिक एसिड बढ़ने की शिकायत हो सकती है।
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