फिल्में हमें हमारी जिंदगी में आगे बढ़ने का रास्ता दिखा सकती हैं। हर फिल्म कोई न कोई खास मैसेज देती है। हम उन बातों को जिंदगी में उतार सकते हैं।
कहते हैं फिल्में हमारी ही जिंदगी का आइना होती हैं। हमारी जिंदगियों में जो होता है वही फिल्म के पर्दे पर अक्सर उतार दिया जाता है। लेकिन कई बार ऐसा भी हो सकता है कि हम कुछ फिल्मों से सीख लें। फिल्में हमें हमारी जिंदगी में आगे बढ़ने का रास्ता दिखा सकती हैं। आइये जानते हैं ऐसी ही 7 फिल्मों के बारे में जो हमें जिंदगी के कुछ अहम सबक सिखा जाती हैं।
शोले से सीखें कि अगर आप दिल से अच्छे और सच्चे हैं तो अंत में जीत आपकी ही होगी। भले ही इसके लिए आपको बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़े, लोगों को आपकी नीयत पर शक हो, दुश्मन आपसे बहुत ज्यादा शक्तिशाली हो लेकिन अगर आप डटे रहते हैं तो आखिर में आप ही जीतते हैं। इसके अलावा, ये फिल्म सच्ची दोस्ती का सबक भी दे जाती है।
ये फिल्म सिखाती है कि अगर आपको ज़िंदगी में किसी वजह से वो न मिल पाए जिससे आप मोहब्बत करते हैं, तो उम्मीद न खोएं। किस्मत आपको कई और मौके देगी, बस उम्मीद बनाए रखें और जिंदगी में आगे बढ़ते रहें।
फिल्म 'हम साथ-साथ हैं' हमें सिखाती है कि परिवार के साथ रहने से ही दुनिया की सारी खुशियां आपकी झोली में आ जाती हैं। आपका हर दिन होली और हर रात दिवाली लगने लगता है। आपकी जिंदगी अपना जश्न मनाती है जब पूरा परिवार साथ होता है। जाहिर है! इसके लिए घर का मुखिया आलोकनाथ जैसा होना चाहिए!
'दिल चाहता है' फिल्म देख कर अपने दोस्तों को कौन याद नहीं करता होगा? ये फिल्म सच्ची दोस्ती कैसे निभाई जाती है, ये बात सिखाती है। जिंदगी का कोई भी मोड़ हो, वो दोस्त ही होता है जो आपका साथ देता है। ये फिल्म हमें ये भी सिखाती है कि दोस्ती में दरार वक्ती तौर पर आती है, आप कोशिश करें तो वो आसानी से भर जाती है।
क्वीन फिल्म की 'रानी' और उसकी जिंदगी आपको जिंदगी के काफी सबक देती है। सबसे पहला सबक, खराब सिचुएशन में भी अपना सेंस ऑफ ह्यूमर बनाए रखें, सिचुएशन को टैकल करना आसान हो जाएगा। दूसरा, अपनी जिंदगी को एक्सप्लोर करें, ये खुद को एक्सप्लोर करने जैसा है। तीसरा और सबसे खास सबक, अपने दिल की सुनें! यही है जो आपको असली खुशी देगा।
कई बार होता है कि हम उसे अहमियत नहीं देते जो हमारे पास है, बल्कि उसके पीछे भागते रहते हैं जो हमारा हो नहीं सकता। फिल्म 'जो जीता वो सिकंदर' हमें ये सिखाती है कि ऐसा करने से हम अपना ही नुकसान कर लेते हैं। जो लोग हमें प्यार करते हैं, हमें उनके प्यार की इज्जत करनी चाहिए।
आप कैसे दिखते हैं, आपकी चाल कैसी है या फिर आप किस तरह बात करते हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता। ये सब वो चीज़ें हैं जिन्हें थोड़ी सी कोशिश भर से बदला जा सकता है। असल में सिर्फ आपकी शख्सियत मायने रखती है। अंदर से आप कैसे हैं, ये जरूरी है, और अंत में यही काम आता है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।