कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें खाने से इन पोषक तत्वों का शरीर में अवशोषण बाधित हो जाता है। आइए ऐसी की कुछ चीजों के बारे में जानें, जिन्हें एनीमिया होने पर नहीं खाना चाहिए।
पूरी दुनिया में एनीमिया से पीड़ितों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। इस बीमारी में आयरन और फॉलेट की कमी के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है। हालांकि आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर आहार लेने से शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जिन्हें खाने से इन पोषक तत्वों का शरीर में अवशोषण बाधित हो जाता है। आइए ऐसी की कुछ चीजों के बारे में जानें, जिन्हें एनीमिया होने पर नहीं खाना चाहिए।
टैनिन कई संयंत्र आधारित खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, इसी कारण इन खाद्य पदार्थों में कसैला स्वाद आता है। यह ब्लैक और ग्रीन टी और कॉफी, अंगूर और वाइन और ज्वार और मक्के में पाया जाता है। लेकिन अगर आपको आयरन की कमी से एनीमिया है तो आपको इनके सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इनमें टैनिन होता है। टैनिन एक ऐसा घटक है जो शरीर में आयरन का ठीक प्रकार से अवशोषण नहीं होने देता।
ग्लूटेन एलर्जी सीलिएक रोग में देखी जाती है और यह आंतों की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पोषण तत्व जैसे फोलेट और आयरन को ठीक से अवशोषित नहीं होते है। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाये तो कुअवशोषण एनीमिया हो सकता है। ग्लूटेन गेहूं, जौ, राई, जई और इन अनाजों से बने खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इसलिए एनीमिया से पीड़ित लोगों को ग्लूटेन युक्त आहार के सेवन से बचना चाहिए।
फाइटेट या फाइटिक एसिड, आमतौर पर फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे होल-ग्रेन, वीट, फलियां, नट्स और ब्राउन राइस में पाया जाता है। सफेद चावल और सफेद आटा जैसे खाद्य पदार्थों से परिष्कृत संस्करण करके चोकर हटा दिया जाता है इसलिए इसमें फाइटिस एसिड कम होता है। पाचन तंत्र में फाइटेट्स आयरन के साथ मिलकर उसका शरीर में अवशोषण बाधित करता है। इसलिए आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया की समस्या में फाइटेट से भरपूर चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
कैल्शियम आयरन के अवशोषण को बाधित करता हैं; इसलिए आयरन के कॉम्बो के साथ कैल्शियम युक्त खाद्य उत्पाद आपके द्वारा लिये जाने वाले आयरन के अवशोषण को प्रभावित करता है। यही कारण है कि कैल्शियम से युक्त आहार और आयरन के विभिन्न स्रोतों से मिलने वाले आहार को अलग-अलग अंतराल में लेना बेहतर रहता है। जैसे बीफ, बींस और दालों को दूध, पनीर और दही के साथ नहीं खाया जाना चाहिए।
ऑक्जेलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ भी आयरन के अवशोषण को प्रभावित करने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए आयरन की कमी वाले लोगों को ऑक्जेलिक एसिड से बचने की सलाह दी जाती है। दवा के क्रोस के दौरान इन खाद्य पदार्थों से बचें। ऑक्जेलिक एसिड वाले खाद्य पदार्थों में अजमोद (ajwain), पालक, मूंगफली और चॉकलेट आदि शामिल है।
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