
लहसुन के मुकाबले अंकुरित लहसुन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, दिल के रोग और कैंसर आदि बीमारियों से निपटने में अधिक आसानी होती है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से अंकुरित लहसुन के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी लेते हैं।
लहसुन के फायदों के बारे में लगभग हम सभी जानते हैं। लेकिन अंकुरित लहसुन को बेकार समझकर फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंकुरित लहसुन सेहत के लिए लहसुन से ज्यादा फायदेमंद होता है। लहसुन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, दिल के रोग और कैंसर आदि समस्याओं के उपचार में आसानी होती है। लेकिन जर्नल ऑफ एग्रिकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार लहसुन के मुकाबले अंकुरित लहसुन के सेवन इन सब बीमारियों से निपटने में अधिक आसानी होती है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से अंकुरित लहसुन के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी लेते हैं।
झुर्रियों और एंटी एजिंग से बचाव
यह बात लगभग सभी जानते हैं कि एंटी-ऑक्सीडेंट बॉडी में फ्री रैडिकल्स को खत्म कर असमय एजिंग को रोकता है- यह हमारे बॉडी में असमय एजिंग का सबसे अहम लक्षण है। अंकुरित लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट से समय से पहले बूढ़ा होने के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। जर्नल ऑफ एग्रिकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लहसुन आपको न केवल झुर्रियों से बचाता है, बल्कि इसमें अंगों की गिरावट को रोकने की भी क्षमता होती है।
कैंसर के खिलाफ लड़ने की क्षमता
लहसुन में अंकुरण की प्रक्रिया के दौरान फाइटोकेमिकल का उत्पादन होता है, इस केमिकल में घातक कैंसर की कोशिकाओं के आगे प्रसार को ब्लॉक और शरीर पर कार्सिनोजन की गतिविधि (कैंसर पैदा करने रसायन) को बाधित करने के अद्भुत गुण होते हैं। इसके अलावा लहसुन में बहुत अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो मुक्त ऑक्सीजन कण की सफाई में बहुत उपयोगी होता है- यह कैंसर के गठन के लिए मुख्य कारणों में से एक है।
दिल के लिए अच्छा
अंकुरित लहसुन में फाइटोकेमिकल कार्सिनोजन की गतिविधि को ब्लॉक कर एंजाइम गतिविधि को बढ़ावा देता है और प्लॉक गठन को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को भी ब्लॉक करता है। प्लॉक दिल के लिए एक हानिकारक कारक है। एक नए अध्ययन के अनुसार, अंकुरित लहसुन या अंकुर फूटे हुए पुराने लहसुन में ताजे लहसुन की अपेक्षा एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि अधिक होती है, जो दिल की सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली में मजबूती
अगर आप सर्दी खांसी से ग्रस्त रहते हैं तो आपको अंकुरित लहसुन का सेवन करना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार पांच दिन में अंकुरित हुए लहसुन को खाने से आपके शरीर को ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट की मजबूत खुराक मिलती है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट संक्रमण को मारने वाली कोशिकाओं की रक्षा कर प्रतिरक्षा प्रणाली की रक्षा करता है।
स्ट्रोक से बचाव
लहसुन एंजोन को बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण रक्त के थक्के के गठन से बचाता है। इसके अलावा इसमें नाइट्राइट भी होता है जो घमनियों को चौड़ा करने में सहायक होता है। यह दोनों ब्रेन की ब्लड वेसल्स में खून का थक्का जमने के लिए जिम्मेदार होती हैं। इन दोनों की ममद से स्ट्रोक की शुरुआत को रोका जा सकता है। लेकिन अंकुरित लहसुन में मौजूद फाइटोकेमिकल्स से खून का थक्का बनने की गतिविधि को रोकने में मदद मिलती है। यह स्ट्रोक के खिलाफ एक बेहतर एजेंट के रूप में काम करता है।
अंकुरित लहसुन बनाने का तरीका
वैसे तो लहसुन को सामान्य रूप से छोड़ने पर वह अंकुरित हो जाता है। लेकिन अगर आप उसे बाहर सुखाने के बना उसे घर पर अंकुरित करना चाहते हैं तो आप इस उपाय का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बिना छीली एक लहसुन की कली लेकर उसमें धीरे से दोनों तरफ से दो टूथपिक में लगा लें। यह ध्यान रखें कि टूथपिक अधिक फ्लैशी हिस्से मे ही लगायें। फिर एक छोटा और सकीर्ण गिलास कप लेकर उसे पानी से भर लें। फिर दोनों टूथपिक को स्टैंड की तरह उपयोग करें और कांच के रिम में लहसुन की कली का संतुलन बनायें। इस तरह संकीर्ण हिस्से को आंशिक रूप से पानी में डूबायें।
इस गिलास कप सूरज की किरणें आने वाली जगह पर रखें। इसे पांच दिन के लिए ऐसे की रखें, लेकिन ध्यान रहें कि लहसुन का किनारा पानी में डूबा हो। एक बार अंकुरित होने पर आप इसे धोकर खा सकते हैं।
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