
गर्भावस्था में अधिक खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। आइए हम आपको बताते है कि गर्भावस्था में अधिक खाने के क्या-क्या नुकसान हो सकते है।
जब आपको पहली बार अपने गर्भवती होने की खबर मिलती है तो आपकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता। आप पहले से ज्यादा अपना ख्याल रखने लगती है। लेकिन साथ ही आप यह सोचकर परेशान रहती हैं कि गर्भावस्था के दौरान क्या खायें और कितना खाएं।
गर्भावस्था में आप अपना और अपने आने वाले बच्चे का पूरा-पूरा ख्याल रखना चाहती है। और इसी कारण आप अपने खाने पर ज्यादा ध्यान देती है। और जरूरत से ज्यादा खाने लगती हैं। लेकिन हम बता दें कि गर्भावस्था में अधिक खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। अच्छा होगा आप थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ ना कुछ खाते रहें। आइए हम आपको बताते है कि गर्भावस्था में अधिक खाने के क्या-क्या नुकसान हो सकते है।
गर्भावस्था में अधिक खाने के नुकसान
अत्यधिक फैट का जमा होना
गर्भवस्था के दौरान अधिक नहीं खाना चाहिए, खासकर गर्भावस्था के पहले छह महीनों के दौरान ज्यादा खाने से बचना चाहिए। इस दौरान अधिक भोजन लेने पर शरीर में वसा इकट्ठा हो जाता है, क्योंकि शुरुआती छह महीने में गर्भ में पल रहे शिशु को विकास के लिए वास्तव में इसकी जरूरत नहीं होती। हो सकता है आपको गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में इच्छा ना होते हुए भी खाने की हिदायत दी जाये, ऐसे में थोड़ा-थोड़ा करके खायें।
भविष्य में वजन का बढ़ना
अधिक खाने की वजह से जिन महिलाओं का वजन गर्भावस्था के दौरान आवश्यकता से अधिक बढ़ जाता है, उनका वजन आसानी से कम नहीं होता है। यहां तक की उनका वजन 16 साल बाद और तीन गुना बढ़ जाता है। कई बार तो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का जरूरत से ज्यादा भोजन करना उन्हें जिंदगीभर के लिए मोटापे का शिकार बना सकता है।
बच्चे के विकास पर असर
गर्भावस्था में तले-भुने भोजन से वजन बढ़ता है। यह न केवल गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि इसका बुरा असर उनके होने वाली संतान के विकास पर भी पड़ता है।
अत्यधिक वजन का बच्चा
गर्भावस्था के दौरान जरूरत से ज्यादा खाने से बच्चे का वजन ज्यादा हो जाता है। जिससे न केवल मां को बल्कि बच्चे को भी काफी परेशानियां होती है। साथ ही बच्चे के विशाल आकार के कारण प्रसव अधिक कष्टदायक हो जाता है। और कई बार तो अधिक वजन के कारण सामान्य डिलिवरी होने में परेशानी होती है। और यह सीजेरियन के अवसरों को बढ़ा देती हैं।
गर्भावधि मधुमेह
गर्भावस्था के दौरान ज्यादा खाने से गर्भावधि मधुमेह होने का सबसे ज्यादा जोखिम रहता है। जो मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। जन्म दोष, समय से पहले जन्म, मृत प्रसव, गर्भपात, सांस लेने में समस्या, पीलिया और अधिक वजन वाले बच्चे यह सब गर्भावस्था में मधुमेह से जुड़े जोखिम और समस्याओं में से कुछ समस्या हैं।
गर्भावस्था के दौरान फल व सब्जि़यां ज्यादा खायें, हो सके तो चिकित्साक से अपना डायट चार्ट बनवाएं।
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