
देखा जाता है कि ज्यादातर घरों में बच्चों को उसी टूथपेस्ट से ब्रश करवाया जाता है, जिससे घर के बाकी सदस्य करते हैं। ऐसा करना कई बार खतरनाक हो सकता है और बच्चा मुंह के अतिरिक्त कुछ अन्य बीमारियों का शिकार हो सकता है।
जब बच्चों को दांत निकल आते हैं और वो थोड़ा बड़े हो जाते हैं, तो आप उन्हें ब्रश कराने लगते हैं। लेकिन देखा जाता है कि ज्यादातर घरों में बच्चों को उसी टूथपेस्ट से ब्रश करवाया जाता है, जिससे घर के बाकी सदस्य करते हैं। ऐसा करना कई बार खतरनाक हो सकता है और बच्चा मुंह के अतिरिक्त कुछ अन्य बीमारियों का शिकार हो सकता है। बच्चों के दांतों का ख्याल रखने के लिए ब्रश करना जरूरी है मगर उनके लिए टूथपेस्ट का चुनाव करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
छोटे बच्चों के लिए फ्लोराइड फ्री टूथपेस्ट
अपने छोटे बच्चे को ब्रशिंग के दौरान टूथपेस्ट थूकना सिखाएं। जब तक आपका बच्चा टूथपेस्ट थूकना नहीं सीख जाता, फ्लोराइड मुक्त टूथपेस्ट का उपयोग करें जो छोटे बच्चों के लिए बनाया जाता है। अपने बच्चे को अपने दांत ब्रश करना सिखाएं, लेकिन निगरानी करने के लिए आसपास रहें।
इसे भी पढ़ें:- शिशु के दांतों में संक्रमण के हैं ये 7 लक्षण, जानें इसका कारण और उपचार
थोड़े बड़े बच्चों के लिेए फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट
जब आपका बच्चा टूथपेस्ट को गटकने के बजाय थूकना सीख जाता है, तो फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का प्रयोग करें क्योंकि फ्लोराइड दांतों के इनेमल को मजबूत करता है जो क्षय के जोखिम को कम कर सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि बच्चा फ्लोराइडयुक्त टूथपेस्ट को पेट में न जाने दे। अधिकांश बच्चों को 6-7 साल की उम्र तक ब्रश करने के लिए मदद की ज़रूरत होती है।
ज्यादा फ्लोराइड भी नुकसानदायक
टूथपेस्ट की कई किस्में बाजार में उपलब्ध हैं। बाजार में उपलब्ध अधिकतर टूथपेस्ट में फ्लोराइड होता है, लेकिन फ्लोराइड की मात्रा हर पेस्ट में भिन्न होती है। याद रखें कि बहुत अधिक फ्लोराइड से भी दांतों का क्षय हो सकता है। इसलिए बच्चों के लिेए कम फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट का चयन करें। फ्लोराइड की मात्रा आप टूथपेस्ट के बॉक्स पर देख सकते हैं।
इसे भी पढ़ें:- अंगूठा चूसने से बच्चों के दांतों में हो जाता है गैप, ऐसे छुड़ाएं आदत
टूथपेस्ट का स्वाद
बड़ों के लिए बनाए गए ज्यादातर टूथपेस्ट में मिंट, लौंग जैसे ठंडे एहसास वाले फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। छोटे बच्चों के दांत बड़े बच्चों के टूथपेस्ट के लिए सेंसिटिव होते हैं इसलिए उन्हें इसका स्वाद नहीं अच्छा लगता है और उनके दांतों को परेशानी भी होती है। इसलिए बाजार में छोटे बच्चों के लिए विशेष फलों के टेस्ट वाले टूथपेस्ट आते हैं। शुरुआत में बच्चों के लिए उन्हीं टूथपेस्ट का प्रयोग करें।
कुल्ला करने की आदत डालें
थोड़ा बड़ा होने और एक-दो दांत निकल आने पर छोटे बच्चे को कुछ भी खिलाने-पिलाने के बाद पानी से कुल्ला करवाएं। इससे बच्चे का मुंह साफ रहेगा और बड़ा होने पर उसमें कुल्ला करने की आदत भी बनी रहेगी। यदि आपके बच्चे ने कुछ मीठा खाया है तो इसके आधे घंटे के बाद दांत ब्रश करें। यह उनके दांत स्वस्थ रखने में मदद करेगा।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Parenting Tips in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।