कैंसर, Cancer In Hindi, कर्क रोग, Kark Rog in Hindi - चिकित्सकीय शब्दावली में कैंसर या कर्क रोग को एक घातक बीमारी के रूप में जाना जाता है, कैंसर या कर्क रोग बीमारियों का एक बड़ा समूह है जो वास्तव में कोशिकाओं के विभाजन और अनियंत्रित विकास के कारण होता है। उदाहरण के तौर पर हड्डी में होने वाले ऊतकों के असमान्य गठान को बोन ट्यूमर कहा जाता है। इसके अलावा सॉफ्ट टिश्यू अर्थात ऊतकों में भी कैंसर होता है। कैंसर के लक्षणों में किसी अंग पर फोड़े जैसा उभार बन जाना, अचानक शरीर के किसी भाग से खून बहना, त्वचा में असमान्य बदलाव होना, भूख कम लगना, खांसी आना, खांसी में खून आना, आदि हैं। कैंसर का पता लगाने के लिये बायोप्सी की जाती है। इसमें कैंसर का छोटा भाग निकाला जाता है और फिर उसका परीक्षण किया जाता है। इस केटेगरी में आप कैंसर से जुड़ी सभी प्रकार की सूचनायें जैसे- कैंसर के लक्षण, कैंसर के प्रकार, कैंसर के कारण, कैंसर के उपलब्ध उपचार, कर्क रोग के लक्षण, कर्क रोग के प्रकार, कर्क रोग के कारण और कर्क रोग के उपलब्ध उपचार से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी पायेंगे।
लिवर शरीर का दूसरा सबसे जरूरी हिस्सा है। इसके आसपास हमेशा फैट जमा होता रहता है। जब इसके सेल में बहुत अधिक फैट जमा हो जाता है तो फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में लिवर में सूजन आने लगती है और लिवर सिकुड़ने लगता है।
लिवर हर इंसान के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है।
कभी-कभी हमारी कुछ गलतियों से हमारा लिवर सुस्त पड़ जाता है और शरीर में मौजूद गंदगी बाहर नहीं निकल पाती या कुछ मात्रा में ही निकल पाती है। ये गंदगी शरीर में जमा होती रहती है जिससे हमारे शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
युवाओं में इन दिनों मूत्राशय के कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। ये कैंसर टेस्टिस यानि अंडकोष में होता है। टेस्टिस हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरॉन और अन्य कई महत्वपूर्ण हार्मोन्स का उत्पादन करते हैं।
यूं तो कैंसर के ज्यादातर मामले वयस्कों या उम्रदराज लोगों में ही देखने को मिलते हैं। लेकिन इस बीमारी की चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं और इसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार कारक जानकारी का अभाव है।
पेट का कैंसर बहुत ही खतरनाक रोगों में से एक है। बॉलीवुड अभिनेता कमाल राशिद खान हाल ही में इसी रोग के शिकार हुए हैं।
एसोफैगल में कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना एसोफैगल कैंसर कहलाता है। इस लेख में एसोफैगल कैंसर के बारे में विस्तार से जानें।
कई बार कुछ लोगों को बिना किसी के बोले हुए ही आवाज सुनाई देती है, जिसे आम लोग कान बजना कहते हैं। ऐसे ही कई बार कुछ लोगों को सामान्य से धीरे या कम सुनाई देता है। कान से जुड़ी ऐसी ही कई समस्याओं का कारण अकॉस्टिक न्यूरोमा हो सकता है।
खून जब ठीक से फिल्टर नहीं होता तो खून में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ और जहरीले तत्व इकट्ठा होकर किडनी और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं।
गले में लिम्फोमा कैंसर बेहद खतरनाक है क्योंकि इससे कई बार सांस नली प्रभावित हो जाती है तो मरीज के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन तक नहीं मिल पाता है।
कैंसर, Cancer In Hindi, कर्क रोग, Kark Rog in Hindi - चिकित्सकीय शब्दावली में कैंसर या कर्क रोग को एक घातक बीमारी के रूप में जाना जाता है, कैंसर या कर्क रोग बीमारियों का एक बड़ा समूह है जो वास्तव में कोशिकाओं के विभाजन और अनियंत्रित विकास के कारण होता है। उदाहरण के तौर पर हड्डी में होने वाले ऊतकों के असमान्य गठान को बोन ट्यूमर कहा जाता है। इसके अलावा सॉफ्ट टिश्यू अर्थात ऊतकों में भी कैंसर होता है। कैंसर के लक्षणों में किसी अंग पर फोड़े जैसा उभार बन जाना, अचानक शरीर के किसी भाग से खून बहना, त्वचा में असमान्य बदलाव होना, भूख कम लगना, खांसी आना, खांसी में खून आना, आदि हैं। कैंसर का पता लगाने के लिये बायोप्सी की जाती है। इसमें कैंसर का छोटा भाग निकाला जाता है और फिर उसका परीक्षण किया जाता है। इस केटेगरी में आप कैंसर से जुड़ी सभी प्रकार की सूचनायें जैसे- कैंसर के लक्षण, कैंसर के प्रकार, कैंसर के कारण, कैंसर के उपलब्ध उपचार, कर्क रोग के लक्षण, कर्क रोग के प्रकार, कर्क रोग के कारण और कर्क रोग के उपलब्ध उपचार से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी पायेंगे।